समर्थक / Followers

गुरुवार, 21 जनवरी 2010

अगर आप डाकिया होते

कानपुर में साहित्यकारों-बुद्धिजीवियों द्वारा 17 जनवरी, 2010 (रविवार) को आयोजित विदाई-समारोह के दौरान दैनिक जागरण अख़बार में "भाई साहब" स्तम्भ में कार्टून बनाने वाले अंकुश जी ने मेरा एक कार्टून बनाया और कार्यक्रम के दौरान भेंट किया. इसे आप भी देखें और आनंद उठायें. अंकुश जी का आभारी हूँ कि उन्होंने मेरा सुन्दर चित्र बनाकर भेंट किया !!

11 टिप्‍पणियां:

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World ने कहा…

Very Interesting !!

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

बेहतरीन...लाजवाब.

Shyama ने कहा…

Kya mast cartoon banaya hai...wah..wahh

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

अंकुश भाई साहब ने के. के. जी का सुन्दर चित्र बनाया और बड़ा सारगर्भित कमेन्ट भी लिखा...साधुवाद.

Bhanwar Singh ने कहा…

Bahut khub. Umda banya.

Shahroz ने कहा…

मेरा सौभाग्य कि मैं इस कार्यक्रम में शामिल हुई और उन पलों की गवाह बनी.

Ram Shiv Murti Yadav ने कहा…

Creative...superb.

S R Bharti ने कहा…

डाकिया के बहाने बहुत महत्वपूर्ण लिखा है अंकुश जी ने. बेहतरीन चित्र.

Amit Kumar Yadav ने कहा…

हा..हा..हा..मजा आ गया. एक कार्टून हमारा भी बना दो भाई साहब.

KK Yadav ने कहा…

आप सभी ने इसे सराहा..अच्छा लगा..आभार.

raghav ने कहा…

सुन्दर सोच..अद्भुत कल्पनाशीलता.