समर्थक / Followers

शनिवार, 13 अगस्त 2011

क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की राखी

रक्षाबंधन का त्यौहार बहुत पवित्र माना जाता है। इस दिन बहन अपनी रक्षा के लिए भाई को राखी बाँधती है। भारतीय परम्परा में विश्वास का बन्धन ही मूल है और रक्षाबन्धन इसी विश्वास का बन्धन है। यह पर्व मात्र रक्षा-सूत्र के रूप में राखी बाँधकर रक्षा का वचन ही नहीं देता वरन् प्रेम, समर्पण, निष्ठा व संकल्प के जरिए हृदयों को बाँधने का भी वचन देता है। पहले रक्षा बन्धन बहन-भाई तक ही सीमित नहीं था, अपितु आपत्ति आने पर अपनी रक्षा के लिए अथवा किसी की आयु और आरोग्य की वृद्धि के लिये किसी को भी रक्षा-सूत्र (राखी) बांधा या भेजा जाता था। कृष्ण-द्रौपदी, हुमांयू-कर्मवती या सिकंदर-पोरस की कहानी तो सभी ने सुनी होगी, पर आजादी के आन्दोलन में भी कुछ ऐसे उद्धरण आए हैं, जहाँ राखी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में जन जागरण के लिए भी इस पर्व का सहारा लिया गया। रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने बंग-भंग का विरोध करते समय रक्षाबंधन त्यौहार को बंगाल निवासियों के पारस्परिक भाईचारे तथा एकता का प्रतीक बनाकर इस त्यौहार का राजनीतिक उपयोग आरंभ किया।


राखी से जुड़ी एक मार्मिक घटना क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के जीवन की है। आजाद एक बार तूफानी रात में शरण लेने हेतु एक विधवा के घर पहुँचे। पहले तो उसने उन्हें डाकू समझकर शरण देने से मना कर दिया पर यह पता चलने पर कि वह क्रांतिकारी आजाद हैं, ससम्मान उन्हें घर के अंदर ले गई। बातचीत के दौरान आजाद को पता चला कि उस विधवा को गरीबी के कारण जवान बेटी की शादी हेतु काफी परेशानियाँ उठानी पड़ रही हैं तो उन्होंने द्रवित होकर उससे कहा- '' मेरी गिरफ्तारी पर 5000 रूपये का इनाम है, तुम मुझे अंग्रेजों को पकड़वा दो और उस इनाम से बेटी की शादी कर लो।'' यह सुन विधवा रो पड़ी व कहा- ''भैया ! तुम देश की आजादी हेतु अपनी जान हथेली पर रखकर चल रहे हो और न जाने कितनी बहू-बेटियों की इज्जत तुम्हारे भरोसे है। अतः मै ऐसा हरगिज नहीं कर सकती.'' यह कहते हुए उसने एक रक्षा-सूत्र आजाद के हाथों में बाँधकर देश-सेवा का वचन लिया। सुबह जब विधवा की आँखंे खुली तो आजाद जा चुके थे और तकिए के नीचे 5000 रूपये पड़े थे। उसके साथ एक पर्ची पर लिखा था- '' अपनी प्यारी बहन हेतु एक छोटी सी भेंट- आजाद।''


-- कृष्ण कुमार यादव

11 टिप्‍पणियां:

vandana gupta ने कहा…

यूं ही वो इतने महान नही कहलाये।
आपको भी रक्षाबंधन व स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

सुन्दर सन्देश .राखी पर्व पर सभी को बधाई !!

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

सुन्दर सन्देश .राखी पर्व पर सभी को बधाई !!

Unknown ने कहा…

रक्षाबंधन पर्व पर बधाई !!

Unknown ने कहा…

रक्षाबंधन पर्व पर बधाई !!

कविता रावत ने कहा…

क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के जीवन का अनमोल सबक याद दिलाती आपका यह आलेख राखी के इस सुअवसर पढना बहुत अच्छा लगा..
सार्थक संदेशपरक प्रस्तुति के लिए आभार! और रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाओं सहित...

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

द्रवित कर देने वाली घटना।

Shahroz ने कहा…

वाह, यह राखी का त्यौहार तो बहुत प्यारा है. सुन्दर सन्देश...सारगर्भित पोस्ट !!

Shahroz ने कहा…

वाह, यह राखी का त्यौहार तो बहुत प्यारा है. सुन्दर सन्देश...सारगर्भित पोस्ट !!

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

वाकई दिल को छू गई यह घटना..

Jennifer ने कहा…

Reading this kind of article is worthy .It was easy to understand and well presented.


web hosting india